Working with Windows

Working with Windows-

My computer and Window Explorer

My computer and Window Explorer
  • My computer एक सिस्टम फोल्डर है। इसकी सहायता से हम सभी drive को देख सकते है। एवं उनके साथ कार्य भी कर सकते है।
  • इसमे हम फाईल एवं फोल्डर को विभिन्न view में  देख सकते एवं जमा सकते हैं।
  • इसमे मेनू एवं स्टैण्डर्ड बार होती है जिसका प्रयोग करके हम अपने कार्य को आसानी से कर सकते है।
  • इसमें हम फाईल और फोल्डर को बना सकते है।
  • इसमें हम फाईल और फोल्डर को डिलिट कर सकते है।
  • इसमें हम फाईल और फोल्डर को एक स्थान से दूसरे स्थान पर मूव कर सकते है।
  • इससे हम ड्राइव को फॉर्मेट  कर सकते हैं एवं मैनेज कर सकते है। जैसे defregment,disk cleanup  and backup आदि लिया जा सकता है।
  • इससे हम drive का label change कर सकते हैं।
  • इससे  फाईल एवं फोल्डर को रिनेम किया जा सकता है
  • यहाॅ से  drive की properties देखा जा सकता है
  • यहाॅ से drive and folder share  किया जा सकता है,इसके अलावा यहाॅ से drive,file and folder  से संबंधित छोटे बडे कार्य किया किये जा सकते है। इससे हम searching  भी कर सकते  है।


Recycle Bin-



Recycle Bin 
Window operating system का एक विशेष फोल्डर होता है जिसकी सहायता से आप अपनी डिलीट की हुई फाइल्स तथा फोल्डर को सरलता से बचा सकते है | हार्ड डिस्क से हटाई हुई प्रत्येक वस्तु (object) तुरंत Recycle Bin में डाल दी जाती है | इस Bin को आप बाद में कभी भी खोल सकते है और यदि आवश्यक हो तो हटाए हुए object को फिर से पुरानी जगह पर स्टोर कर सकते  है | Recycle Bin को पूरी तरह खाली करना भी संभव है | ऐसा करने से Recycle Bin में स्टोर सभी objects,file,folder मिटा दिए जाते है इसके बाद उन्हें फिर से प्राप्त करना संभव नहीं है | Recycle Bin का आकार संपूर्ण हार्ड डिस्क के आकार या क्षमता के किसी प्रतिशत के रूप में सेट किया जाता है इस Recycle Bin का आकर जितना बढ़ा होगा, यह उतनी ही ज्यादा हटाई गई फाइलो को स्टोर करेगा | जब  recycle bin  स्पेस नहीं बचता तब नयी डिलीट की गई फाइल्स के लिए जगह बनाने के लिए सबसे पुरानी डिलीट की गयी फाइल को हटा दिया जाता है |
Restore files from recycle bin
रीसायकल बिन को खाली करना (Emptying Recycle Bin) :- किसी फाइल पर right click करके आने वाले शार्टकट मेन्यु में डिलीट आप्शन पर क्लिक करके हम उस फाइल को स्थायी रूप से हटा सकते है | यदि हमे रीसायकल बिन की सभी फाइल्स स्थायी रूप से हटानी है, और Recycle Bin को खाली करना है तो बिना किसी फाइल को सेलेक्ट किये फाइल मेन्यु में Empty Recycle Bin Command पर क्लिक करते है |या शॉर्टकट मेथर्ड का प्रयोग करते है Recycle bin के आइकॉन पर राईट क्लिक करते है जिससे एक पॉपअप मेनू ओपन होगा इस मेनू में से empty recycle bin option पर क्लिक करते है |

Desktop



Desktop-:कम्प्यूटर start  होने के बाद जो screen  दिखाई देती है। वह डेक्सटाप होता है। इस पर सिस्टम आइकन ,प्रोग्राम के आइकन एवं फाईल ,फोल्डर होते है। इससे हम किसी भी आईटम को आसानी से प्रयोग कर सकते है। इस पर जो फाईल फोल्डर या प्रोग्राम सबसे ज्यादा प्रयोग होते है। उनको रखना चाहिये। अनावश्यक  फाईल फोल्डर पर इस पर नहीं रखना चाहिये।
Desktop में कई वस्तुए होती जिनमे से प्रमुख निम्नलिखित है –
  • My Computer
  • My Document
  • Recycle Bin
  • Task Bar
  • Start Menu
  • Files And Folder
  • Shortcut
  • My Computer: माय कंप्यूटर का आइकॉन एक छोटे Computer जैसा दिखता है  इस object में आपके Computer में Store की गई प्रत्येक वस्तु (objects) की  जानकारी होती है  My Computer पर कार्य करने के पहले, इसे open किया जाता है माय कंप्यूटर  (object) को open करने के लिए Mouse के Pointer को उसके आइकन पर ले जाकर Double Click किया जाता है या एक बार Click करके Enter Key दबाई जाती है ऐसा करते ही Screen पर My Computer की Window दिखाई पड़ती हैMy Computer की Window में बायीं तरफ एक पट्टी होती है जिसमे उपयोग कार्यो और स्थानों के Link होते है Window के शेष भाग को सामग्री क्षेत्र (Contents) कहा जाता है जिसमे निम्नलिखित  (objects) होते  है-
    • Document  Folder के Icon |
    • Hard Disk Drive के सभी पार्टीशनो के Icon |
    • प्रत्येक Removable Disk Drive जैसे Floppy Drive CD Drive आदि के Icon |
Exploring Hard Disk by My Computer: – Windows में My Computer के द्धारा हम अपने कंप्यूटर की storage unit  तथा हार्ड डिस्क के सभी पार्टीशन को एक्सेस कर सकते है ,इस प्रकार My Computer में हार्ड डिस्क के किसी भी पार्टीशन के आइकॉन पर डबल क्लिक कर उसे खोलना तथा खोले गये पार्टीशन के विभिन्न फोल्डरों तथा सब फोल्डरों को खोलकर संग्रहित फाईलो की विस्तृत सूची का अन्वेषण हार्ड डिस्क एक्स्प्लोरेसन कहलाता है |My Computer में प्रदर्शित डिस्क ड्राइव के आइकॉन पर right click कर shortcut menu मेproperties के द्धारा हार्ड डिस्क ड्राइव के समस्त आंतरिक विवरण जैसे डिस्क का प्रकार ,फाइल सिस्टम ड्राइव की संग्रहण क्षमता तथा उपयोग की जा चुकी मेमोरी तथा खाली मेमोरी स्पेस का संपूर्ण विवरण भी प्राप्त कर सकते है|
My Document :- यह कम्प्यूटर का सिस्टम फोल्डर होता है जब हम कोई फाईल का निमार्ण करते हैं। और उसे सीधे सेव कर देते हैं। तो वह my document  में सेव हो जाती है, my music, my picture, my videos आदि फोल्डर default  रूप से इसी में रहते हैं। यह फोल्डर desktop  पर एवं स्टार्ट मीनू में रहता है। इसका प्रयोग हम दोनो जगह से कर सकते हैं।
Task bar:- windows का टास्क बार बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा होता है इस पर उपयोग किये जाने वाले प्रोग्राम दिखाई देते है। यहाॅ से हम प्रयोग किये जाने वाले प्रोग्राम कोclose,minimize or maximize  कर सकते हैं।Window xp में टास्कबार इम्प्रूव किया गया है। इसमें टास्क बार को लाॅक किया जा सकता है। इसमें टास्कबार को एक स्थान से दूसरे स्थान पर मूव कर सकते है। यदिअधिक प्रोग्राम खुल जाते है। तो उनकी ग्रुपिेग भी कर सकते है। इसमें दायें तरफ नोटिफिकेशन एरिया होता है जिसमें समय नेटवर्क या कुछ महत्तपूर्ण प्रोग्राम कोजोड सकते है।यदि अधिक प्रोग्राम खुल जाते है। तो इसमें स्क्राॅलिंग भी कर सकते हैं।
Start button -: जब window xp को पहली बार चलाते है तो स्टार्ट मीनू स्वतः दिखाई देता है। इसके अन्दर विंडोज के सभी प्रोग्राम,एवं जो प्रोग्राम हम स्थापित करते है वे सब इसमें अपने आप जुड जाते है। और उनको बाद में स्टार्ट मीनू से प्रयोग किया जा सकता है। इसमें कण्ट्रोल पैनल सर्च नेटवर्क आदि आप्शन होते है। जिससे कम्प्यूटर की setting  को change किया जा सकता है window xp में start button को customize किया जा सकता है। स्टार्ट बटन विंडो का आधार होता है । कम्प्यूटर को स्टार्ट करके प्रोग्राम को स्टार्ट बटन से ही खोला जाता है। मीनू के अन्दर सब मीनू होते जो तीर के निशान से प्रदर्शित होते है।
Files and Folder : – आप जानते है किसी कंप्यूटर में बनायीं जाने वाली फाईलो को किसी माध्यम पर स्टोर किया जाता है जैसे- हार्ड डिस्क, फ्लॉपी डिस्क आदि फाइल्स की बड़ी संख्या के कारण उन्हें विभिन्न समूहों या डायरेक्टरीयो में बाँट कर रखा जाता है ताकि कोई विशेष फाइल को ढूँढना तथा उसका प्रयोग करना आसान हो हर कंप्यूटर में ईएसआई या इससे मिलती जुलती व्यवस्था होती है विंडोस में भी फाईलो को व्यवस्थित करने की इसी विधि का उपयोग किया जाता है|




Windows Explorer क्या है इसकी Facility


Windows Explorer क्या है इसकी Facility

विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम में विंडोज एक्स्प्लोरर कंप्यूटर में उपलब्ध संसाधनों को खोजने फाइल व्यवस्थापन को अत्यंत सरल एवं तीव्र बनाने के लिए फाईलो फोल्डरो पर कार्य करने के लिए शक्तिशाली टूल है | विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम की सर्वप्रथम विंडो डेस्कटॉप विंडो की टास्कबार पर स्थित को क्लिक करने पर प्रदर्शित लिस्ट में Window Explorer प्रोग्राम प्रदर्शित होता है प्रोग्राम क्लिक करने के बाद Window Explorer प्रदर्शित होती है |
इस विंडो में top पर title bar प्रदर्शित  होता है| title bar के नीचे menu bar प्रदर्शित होता है| menu bar पर file, edit, view, go, favorites,तथा help menu प्रदर्शित होते है | menu bar के नीचे toolbar प्रदर्शित होता है | टूलबार पर विभिन्न प्रकार के buttons होते है जिनका प्रयोग हम विभिन्न operations को पूरा करने में करते है | toolbar के नीचे address bar प्रदर्शित होता है | जिसके अन्दर उस drive का नाम प्रदर्शित होता है जिसके  folder तथा files इस विंडोमें प्रदर्शितहोती है |तथा दाई और वाले भाग में select की हुई drive तथा फोल्डरो की फाईलो की सूची प्रदर्शित होती है| दाई और के भाग में फाईलो तथा फोल्डरो की लिस्ट को हम अपनी आवश्यकतानुसार तथा इच्छानुसार बदल सकते है |इसके लिए विंडो की टूलबार पर view आइकॉन पर click करने से यह प्रदर्शन बदल जायेगा| इस विंडो में चार प्रकार के फाइल्स तथा फोल्डर होते है |
Large icons- फाईलो तथा फोल्डरो के बढे आइकॉन के साथ प्रदर्शित होते है |
Small icons– फाईलो तथा फोल्डरो के छोटे आइकॉन के साथ प्रदर्शित होते है |
List- फाईलो तथा फोल्डरो को सूची रूप में प्रदर्शित होते है |
Details- फाईलो तथा फोल्डरो का उनके आकार प्रकृति संशोधन तिथि जैसे महत्वपूर्ण सूचना के साथ लिस्ट के रूप में सूचीबद्ध प्रदर्शित करता है |



Windows structure


किसी विंडो की संरचना (Anatomy of a Window):- Windows के नए यूजर्स के लिए किसी विंडो की रचना और उसके तत्वों को भली प्रकार से समझ लेना आवश्यक है कोई विंडो किसी कंप्यूटर की V.D.U अथवा स्क्रीन का एक आयताकार भाग है जिसमे कोई प्रोग्राम अपनी सूचनाये प्रदर्शित करता है ज्यादातर विंडोज में बहुत से तत्व समान होते है यहाँ हम विंडो के विभिन्न भागो का वर्णन करेगे और उनका महत्व और उपयोग बतायेगे
टाइटल बार (TITLE BAR): – प्रत्येक विंडो का एक विशेष नाम होता है  Window के सबसे ऊपरी भाग की पट्टी को टाइटल बार कहते है कभी कभी किसी प्रोग्राम की Window की टाइटल बार में उन दस्तावेजो का नाम भी दिया होता है जिस पर कार्य किया जा रहा है आपके कंप्यूटर की स्क्रीनएक साथ कई Window खुली हो सकती है लेकिन एक समय में उनमे से केवल एक Window सक्रिय रहती है | Window के टाइटल बार का रंग तथा तीव्रता दूसरी Window के टाइटल बार के रंग तथा तीव्रता से अधिक होता है
कंट्रोल बटन (CONTROL BUTTON) :- अधिकतर Windows के टाईटल बार में दायें छोर पर तीन कण्ट्रोल बटन होते है जिनके नाम minimize,maximize/restore/close|ये बटन प्रायः इसी क्रम में पाए जाते है |मिनीमाइज बटन पर एक छोटी रेखा या डेश(-) छपा होता है इस बटन को क्लिक करने से Window अस्थाई रूप से बंद होकर टास्क बार में एक बटन के रूप में बदल जाती है आप इस बटन को क्लिक करके Window को अपने पूर्व आकार में ला सकते है| कोई प्रोग्राम टास्क बार में बटन के रूप में आ जाने पर भी चलता रहता है , लेकिन उसकी कोई Window खुली नहीं होती है maximize button पर एक छोटा वर्ग छपा होता है |इस बटन को क्लिक करने पर यह पूरी स्क्रीन के बराबर हो जाती है और maximize button रिस्टोर बटन के रूप में बदल जाता है |
मेन्यु बार (MENU BAR):- मेन्यु बार विकल्पों की एक सूची होती है जिनमे से आवश्यकता के अनुसार कोई एक विकल्प चुना जाता है | प्रत्येक विकल्प सामान्यतः किसी क्रिया या सेटिंग को व्यक्त करता है | सामान्यतः मेन्यु एक आयामी होता है जिसमे सभी विकल्प एक ही सीध में ऊपर से नीचे दिए होते है   विकल्पों की संख्या अधिक होने पर उनको समूहों में बाँट दिया जाता है और प्रत्येक समूह का एक नाम रखा जाता है |
टूल बार (TOOL BAR) :- अधिकांश Windows आधारित प्रोग्रामो में टूल बार की सुविधा होती है | किसी Window में एक से अधिक टूल बार भी हो सकते है | टूल बार कुछ बटनों का एक संग्रह होता है जिनमे प्रत्येक के द्धारा कोई विशेष कार्य किया जाता है | इन बटनों को टूल भी कहा जाता है | किसी बटन या टूल को क्लिक करने पर उससे सम्बंधित आदेश या क्रिया प्रारंभ हो जाती है |
स्क्रोल बार (SCROLL BAR):- सामान्यतया प्रत्येक विंडो में दो स्क्रोल बार होते है |ये उस Window में दिखाई जा रही सामग्री को पूरा देखने में सहायक होते है |Window का आकार सीमित होने के कारण उसमे सभी सामग्री एक साथ पूरी दिखाई नहीं केवल उस सामग्री का एक भाग ही दिखाई देता है | स्क्रॉल बार की सहायता से हम छिपी हुई सामग्री को भी उस Window में देख सकते है | स्क्रॉल बार दो हो सकते है – Horizontal scroll bar ,vertical scroll bar
स्टेटस बार (STATUS BAR):- यह बार प्रायः Window के सबसे नीचे की पट्टी की रूप में होता है | इस बार में उस Window अथवा उसमे खुले हुए किसी दस्तावेजो के बारे में नवीनतम सूचना या स्थिति प्रदर्शित की जाती है |

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